एक बार हुआ यूं कि एक व्यक्ति के कंधे पर अनायास ही एक पक्षी आकर बैठ गया। एक बार हुआ यूं कि एक व्यक्ति के कंधे पर अनायास ही एक पक्षी आकर बैठ गया।
मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वामी बोले-तुम पढ़ाई क्... मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वा...
वह अपने और सभी धरती वासियों के कल के प्रति आश्वस्त था। वह अपने और सभी धरती वासियों के कल के प्रति आश्वस्त था।
तीन दिन बाद आज कोहरे की चादर से निकल सूरज ने आसमान में अपनी सुनहरी किरणें फैला दी थी । तीन दिन बाद आज कोहरे की चादर से निकल सूरज ने आसमान में अपनी सुनहरी किरणें फैला द...
अपनी डायरी में, अपना स्पष्टीकरण ऐसे लिख रहा हूँ। अपनी डायरी में, अपना स्पष्टीकरण ऐसे लिख रहा हूँ।
वास्तव में एक मजदूर अपने मालिकों से कितना सुखी, संतुष्ट और हृदय से अमीर होता है। वास्तव में एक मजदूर अपने मालिकों से कितना सुखी, संतुष्ट और हृदय से अमीर होता है।